क्या हमें याद है आज किसका जन्मदिन है

आज हमारे वीर बलिदानी क्रांतिकारी जिन्होंने अपनी युवा अवस्था में ही अपनी जवानी देश के लिए कुर्बान कर दी थी,अपने माता-पिता के देख-भाल को तजरीह न देकर अपने देश को दिया और भारतमाता की रक्षा के लिए क़ुरबानी देदी।जिस तरह उन्होंने हँसते-हँसते फाँसी के फंदे को गले लगाया वो न केवल औरों के लिए अनूठा मिसाल कायम करना था बल्कि ये दिखाना भी था की मौत भी हमें तुमसे डरा नहीं सकती अब इंकलाबी तैयार हो चुके हैं,जो तुम्हे तुम्हारे मुकाम तक पंहुचा के ही दम लेंगे।आज हमारे वीर भारत माता के सच्चे सपूत शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस हैं,पहले लाहौर में साण्डर्स की हत्या और फिर केंद्रीय संसद(सेंट्रल असेंबली)में बम विस्फोट करके बहरी अंग्रेजी हुकूमत को जगाने का सफल प्रयास किया था,सबसे बड़ी बात यह थी की बम फेंक कर भी भागने से मन कर दिया,यह एक अदभुत वीरता का प्रमाण था,जो सबके वश की बात नहीं थी। 



                                    २३ मार्च १९३१ को शहीद भगत सिंह कोउनके दो साथियों सुखदेव और राजगुरु के साथ फांसी दे दी गयी थी,सबसे बड़ी बात यह थी की ये जानते हुए भी की मौत को गले लगाने जा रहें हैं,मस्ती से ''मेरा रंग दे बसंती चोला,मेरा रंग दे ----''। गाते हुए जा रहे थे , लेकिन बड़े दुःख का विषय हैं की ऐसे महा सपूत के जन्मदिन पर चंद लोग याद कर लेते हैं, कहीं-कहीं समाचारपत्र की एक लाइन बन जाना,किसी-किसी चैनल पर एक लाइन की खबर सुना देना ,और इसी औपचरिकतापूर्ण तरीके से जन्मदिन मन लिया जाता  हैं। कितना बड़ा दुर्भाग्य हैं की आज उनके कुर्बानियों को भी हम याद नहीं कर पाते,आज जिस तरह हम उन लोगों को भूलते जा रहे हैं,वो दिन दूर नहीं की उन्हें जानने के लिए गूगल पर सर्च करना पड़ेगा,आने वाली पीढ़ी के सामने यदि कहीं जिक्र भी हो जायेगा तो उन्हे ये पूछना पड़ेगा की ये कौन लोग हैं?आज आधुनिकता में हम आधुनिक लोगों के जन्मदिन को ही न याद रखें उनके साथ इन्हे भी उतना ही स्थान दे तो क्या अच्छी बात होगी ,नहीं तो ऊपर से देख कर यही कह रहे होंगे की -------

                                 पूछ रहे भगत सिंह कहाँ रखा वो अभिमान रे 

                                लूट गए जिस देश के खातिर कहाँ रखा वो सम्मान रे

                                देख के हालत देश की अपनी फूट-फूट के रोया 

                                मेरा ले ले बसंती चोला माये ले ले बसंती चोला


                                     आज स्वर कोकिला भारत रत्न प्राप्त लता मगेशकर  के जन्मदिन हैं  ढेर सारी शुभकामना,वो हमेशा स्वस्थ और प्रसन्नचित रहें हम सभी भारतवासियों की कामना हैं।       

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