कितनी चिंता है हमारी - समझाविश बाबू ० हिंदी ब्लॉग
देश में सभी हमारे लिए चिंतित हैं ,कोई उपवास कर रहा है तो कोई आंसू बहा रहा है कोई मेरे लिए जोर-जोर से चिल्ला रहा है तो कोई भारत बंद का ऐलान कर दिया है ,इसके विपरीत कोई अपना गुण गा रहा है की उसने हमारे भाग्य को बदलने की इबारत लिख दी है, उसे हमारी इतनी चिंता है की उसी में रात-दिन घुला जा रहा है।सच में देखा जाये तो हम कितने भाग्यशाली हैं की हमारी कितनी चिंता हो रही है और हम हैं की हमेशा दुखी होकर बैठे रहते हैं की कोई कुछ कर नहीं रहा है जब की पक्ष-विपक्ष सभी हलाकान हो रहे हैं किसके लिए हमारे लिए ही तो,हम स्वार्थी बने बैठे हैं उनका ये त्याग देख ही नहीं पा रहे हैं। हमारा भला करने की शोर करने वाला आंकड़े पर आंकड़े दे रहा है की वो कितने क्रांतिकारी कदम उठा रहा जिससे हम सब क्रन्तिकारी तरीके से ही बहुत तेजी से उठ जाएंगे ,दूसरा उसे काटने में कितने जतन कर रहा है की वो जो कह रहा है वो सही है,उसकी आंखे भर जा रही है हमारी स्तिथि देखकर भोजन तक ठीक से नहीं खा पा रहा है,जब की हमें देखिये कितनी मस्ती से रह रहे हैं बड़े आराम की जिंदगी चल रही है। आमलोगों की सोच गलत है की ये सब वो अपने लिए कर रहे हैं एक टिके रहने के लिए और दूसरा आकर टिकने के लिए।अरे तो इसतरह सोचिये न की एक रोजगार पर लगा है दूसरा बेरोजगारी दूर करने में उसकी भी तो उम्र्र निकली जा रही है।आखिर कबतक बेरोजगार रहेगा?एक बात यह भी है जिसे हमें समझना चाहिए हम ठहरे प्रजा और वो तो आप समझी गए होंगे।मूल बात ये है की सभी हमरे भले के लिए एकदम आमादा हैं और कर ही देंगे ,अब ये अलग बात है की कभी-कभी फ़ायदा कोई और उठा ले जाता है ,तो कोई गलत भी नहीं है वो हमारे देश का ही नागरिक है,वो हमसे ज्यादा समझदार और मौके की पहचान रखने वाला होता है तो लाभ ले जाता है ,या यों कहें की मौके पर चौका लगाने में माहिर है ,ये भी कह सकते हैं की बहुत भाग्यशाली है ,सो असली मलाई पा जाता है ,कोई खा तो रहा है भले चंद लोग ही सही हैं तो इसी देश के ,हमें खुश होना चाहिए।
सच पूछिए तो हमारी किस्मत में यही लिखा है की हम कभी इनके पीछे कभी उनके पीछे शोर मचाते रहें कभी खोलें कभी बंद करें ,इसी भेड़चाल में चलते रहें वो हमें चलाते रहे हम उनकी इशारो पर नाचते रहें।हमें आज खुद मदारी बनना होगा यदि कोई चीज गलत है तो हमारे अंदर इतनी ताकत है की हम उन्हे नचा सकते हैं वो नहीं।कबतक हम इशारों पर नाचते रहेंगे ,अब बीन बजाने के लिए हमें आगे आना होगा,हम इसतरह रहें की कोई भी हमारे हितो की अनदेखी नहीं कर पाये,हमें उनका भाग्यविधाता बनना होगा वो नहीं। अन्यथा ऐसे ही हम जीते रहेंगे चाहे कोई आये कोई जाए,फैसला हम सबको ही लेना है।
जय हिन्द -जय भारत ।।



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